सूरज की पहली किरण जब वैली ऑफ फ्लावर्स की घाटी में उतरी, तो पूरी धरती जैसे रंगों के समंदर में बदल गई। हवा में गुलाब, लिली, और ऑर्किड की खुशबू घुली हुई थी। हर फूल अपनी मुस्कान के साथ जैसे कह रहा था — “आज का दिन नया है, ताज़ा है, खूबसूरत है।”
वैली के बीचोंबीच एक छोटी सी लड़की आर्या रोज़ फूलों से बात करने आती थी। वो हर फूल को नाम देती — “सूरजमुखी” उसका दोस्त था जो हमेशा मुस्कुराता, “नीला बेल” उसका रहस्य साथी था जो हवा में गुनगुनाता।
एक दिन, आर्या ने देखा कि एक छोटा फूल मुरझा गया है। उसने अपनी पानी की बोतल से उसे सींचा और बोली —
> “मत डर छोटे फूल, सूरज फिर आएगा, तू फिर खिलेगा।”
अगली सुबह, वही फूल सबसे पहले खिला। उसकी पंखुड़ियों से धूप ऐसे छन रही थी जैसे सोने की बारिश हो रही हो। आर्या मुस्कुराई और हवा में बोली —
> “हर सुबह एक नई उम्मीद होती है, जैसे हर फूल एक नई कहानी।”
उस दिन से वैली का नाम पड़ा — “Morning Flower Valley”, जहाँ हर सुबह फूलों की हँसी और खुशबू से दिन की शुरुआत होती थी। 🌼✨
क्या आप चाहेंगे मैं इस कहानी का animation prompt या image scene भी बनाऊँ — जैसे “सुबह की फूलों की वादी में आर्या चलती हुई” दृश्य?



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